Monday, May 25, 2009

जीत गया डेक्कन .....


आखिरकार आईपीएल का महाजंग ख़त्म हो गया है... और डेक्कन चार्जर्स को छ रन से जीत मिल गई है । बंगलोर रायल को हरा के डेक्कन ने एक इतिहास कायम कर दिया है । गौर करने वाली बात ये है की यही दोनों टीमे थी जो पिछले बार सबसे कमजोर टीम रही थी । जम्बो की कप्तानी कहे की गीली का आत्मविश्वास दोनों ही तारीफ की चोटी पर है । रोमांचक मुकाबले में मेरे साथ - साथ मेरी पुरी टीम आकलन लगा रही थी की कौन जीतेगा कौन हारेगा लेकिन परिणाम तक कोई नही पहुच पा रहा था । भाई आईपीएल है हर गेंद पर करिश्मा कुछ भी हो सकता है ? लेकिन हुआ ही कुछ ऐसा सब कुछ बढ़िया चल रहा था लेकिन लेकिन 15वें ओवर में सायमंड्स ने दो गेंदों पर रॉस टेलर और विराट कोहली को आउट कर दिया.... बस डेक्कन जीत की ओर बढ़ता चलता गया । पुरे मैच में जम्बो के फिरकी का अंदाज देखने लायक था कुम्बले के हाथ में कुल चार विकेट था ... उनके ही द्वारा लिए गए विकेट से डेक्कन टीम बैकफुट पर आ गई थी । लेकिन अन्तिम समय पर डेक्कन टीम को ही जीत मिली ..... अब आगे टी ट्वेंटी वर्ल्ड कप की रणनीति बनानी है ।
आपका दोस्त

विवेक

Saturday, May 23, 2009

आईपीएल में मेरी भूमिका....

इंडियन प्रीमियर लीग को कोई इंडियन पैसा लीग कहा तो कोई इंडियन लव लीग...... लेकिन हम कहते है कि ये एक बड़ा एक्सपोजर है उन खिलाड़ियों के लिये जिनको नेशनल टीम में चांस नही मिलता। ये एक्सपोजर है उन खिलाड़ियों को जो छोटे- छोटे शहरों से आते है। हमारे देश में क्रिकेट का इतना क्रेज है कि लोग क्रिकेटरो को भगवान की तरह भी है कहीं- कहीं पूंजते है। दोस्तो आईपीएल अब आगाज से अंजाम की ओर है तो कुछ तसल्ली हो रही है साथ में कुछ फुर्सत का एहसास.... स्पोर्ट्स बीट पर तो यही सब खबर रही है कि .... कौन जीत रहा है कौन हार रहा है.... फाइनल की जंग में कौन जीतेगा कहना थोड़ा मुश्किल है लेकिन कुछ अप्रत्याशित सा ही परिणाम आयेगा। खैर मुझे क्या लेना है हम तो पत्रकार है जो भी होगा खबर निकालेंगे, आईपीएल के बाद ही टी ट्वेन्टी विश्व कप शुरू होने वाला है जिसमें भी हमें जूझना ही होगा ... हां एक बात और गौर करने वाली है कि इस बार मंहगे खिलाड़ियों की एक ना चली.... चले वही जो सस्ते थे या फिर वो जिनका नाम कम था, अभी डेक्कन और बैंगलोर के जंग में मनीष पांडे जैसे खिलाड़ीयों का शतक इस बात का गवाह है, साथ में कामरान खान अभिषेक नायर भी इस फेहरिस्त को लंबा बढ़ाते है। खबरिया चैनल की एक ख़ास बात ये होती है कि क्रिकेट के खबर को चटखारा लेकर ही दिखाते है.... हम भी वही करते है भाई टीआरपी का जो सवाल है... चलिये आईपीएल की खबर करके मजा खूब आया...भाई पूरे महीने नाइट शिफ्ट काम करके अब दिन में काम करने का मजा ही कुछ और है......

आपका
विवेक

Friday, May 22, 2009

मनमोहन केबिनेट का एक विश्लेषण

मनमोहन सरकार की दूसरी पारी में 19 मंत्रियों को शपथ दिलाई गई है जिसमें अनुभव और उनके समाजिक पृष्ठभूमि का पूरा ख्याल रखा गया है। मंत्रिमंडल में कपिल सिब्बल, आनंद शर्मा और अबिका सोनी को पदोन्नति देकर केबिनेट का दर्जा दिया गया है जबकि अर्जुन सिंह जैसे दिग्गज को इसबार कोई जगह नहीं मिली है।


मनमोहन की इस कैबिनेट में शायद हाल के दिनों में पहली बार कांग्रेस के कोटे से चार दलित नेताओं को केबिनेट मंत्री बनाया गया है। जिन दलित नेताओं को केबिनेट मंत्री बनाया गया है उनमें सुशील कुमार शिन्दे, बीरप्पा मोईली,मीरा कुमार और वायलार रवि का नाम शामिल है जबकि पिछड़े वर्ग से चार और अल्पसंख्यकों से दो को(गुलाम नबी आजाद और ए के एंटोनी) अभी तक मंत्री बनाया गया है।

केबिनेट में तीन महिलाओं को जगह दी गई है जिनमें से एक ब्राह्मण, एक पिछड़ा और एक दलित है। मनमोहन मंत्रिमंडल में कांग्रेस के पुराने वोटबैंक को ध्यान में रखते हुए चार ब्राह्मणो को भी मंत्री बनाया गया है।

मंत्रिमंडल का अभी विस्तार होना बाकी है और डीएमके, नेशनल कांफ्रेंस और अन्य दलों के मंत्रियों और राज्यमंत्रियों को शपथ दिलाना अभी बाकी है। इसके बाद दलित, पिछड़े और अल्पसंख्यकों की संख्या और भी बढ़ने की उम्मीद है।

हलांकि केंद्रीय स्तर पर मंत्रीमंडल के गठन में जातिगत आधार पर नहीं बल्कि संख्यावल और अनुभव को वरीयता दी जाती है लेकिन हिंदुस्तान जैसे देश में जाति और समाजिक पृष्ठभूमि को पूरी तरह नकारना मुश्किल है।

एक बात जो साफ तौर पर उभरकर सामने आ रही है वो ये कि कांग्रेस, बसपा के दलित वोट बैंक में सेंध लगाने के लिए कमर कस चुकी है। साथ ही वो अपने पुराने आधार दलित, सवर्ण और अल्पसंख्यकों को भी वापस लाने के लिए पूरी कोशिश कर रही है।

दूसरी अहम बात ये कि मंत्रियों के चयन में अनुभव और वरीयता का काफी खयाल रखा गया है जो सुकून की बात है। मनमोहन सरकार की दूसरी पारी में काबिल, बेदाग और गैर-विवादास्पद लोगों को जगह मिलना वाकई उम्मीदें जगाता है।